Tuesday, April 12, 2011

aahat

जब से तेरे आने की आहट सुनी है,
   दिन तो कट जाता,
   पर शाम गुजरती है,
       यूँ ही ख्यालों में ,
 हर रोज नई तस्वीर बनाता हूँ ,
   दिवार पे उसे सजाता हूँ 
   जाने कौन सी वो तस्वीर होगी
 जिस पे और भी रंग लगाये जायेंगे....